Maiya Yojana 9th & 10 installment: मैया सम्मान योजना झारखंड सरकार कि महत्वकांक्षी योजना है। सरकारी योजनाओं का लाभ जब सही तरीके से जरूरतमंद लोगों को मिलता है तब तब उसका वास्तविक लाभ समाज को मिलती है। लेकिन जब इन योजनाओं में भ्रष्टाचार आती है तब सिर्फ सरकार का धन बर्बाद नहीं होता बल्कि लोगों का भरोसा टूटा है। इसी प्रकार से एक नया मामला मैया सम्मान योजना में आया है झारखंड राज्य में मैया सम्मान योजना का लाभ ₹5000 घाटशिला प्रखंड के हैंडलजूडी पंचायत में 174 मुस्लिम महिलाओं के खाते में भेजा गया है। लेकिन उसे पंचायत में एक भी मुस्लिम महिला नहीं है तो अब सवाल यह उठता है कि सरकार के द्वारा जो इस योजना का 5000 राशि इन 174 मुस्लिम महिलाओं के खाते में भेजा गया है। तो कौन सी मुस्लिम महिलाएं हैं क्या इसमें अधिकारी लोग शामिल होकर भ्रष्टाचारियों को बढ़ावा दे रहे हैं। यह जानने के लिए आप हमारे साथ बने रहे।
मईया सम्मान योजना क्या है
मैया सम्मान योजना झारखंड राज्य की प्रमुख योजनाओं में से एक है इस योजना के तहत राज्य के सभी महिला लाभार्थियों को इस योजना के तहत ₹2500 हर महीने दिए जाते हैं इस योजना के तहत अभी तक कुल 14000 रुपए योग्य लाभार्थियों के खाते में भेजे जा चुके हैं। सरकार का ऑफिशल वेबसाइट में इस योजना की राशि जारी होने का तिथि हर महीने के 15 तारीख को बताया गया है।
मामले का खुलासा
घाटशिला प्रखंड के हैंडलजूडी पंचायत में एक भी मुस्लिम महिला लाभार्थी नहीं है लेकिन 174 मुस्लिम लाभार्थियों को इस योजना का लाभ कैसे मिल रहा था और सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जब उस पंचायत में एक भी मुस्लिम महिला है ही नहीं तो इस योजना का पैसा आखिर किसके खाते में जा रहा था। अब सवाल यह उठता है कि क्या इसका पैसा कर्मचारियों ने अपने रिश्तेदारो को भेजा या फिर इसमें बड़ा घोटाला चल रहा है या फिर किसी प्रकार से एड्रेस, पता में कुछ छेड़ – छाड़ करके दूसरे महिलाओं का नाम जोड़ कर उसे लाभ दिया जा रहा था इसका कारण क्या है
दरअसल यह बात तब सामने आई जब हैंडलजूडी पंचायत के महिलाओं ने कहा कि हमारे पंचायत में एक भी मुस्लिम महिला लाभार्थी नहीं है यानी कि हमारे पंचायत में तो कोई मुस्लिम है ही नहीं। तो 174 मुसलमानों के खाते में इस योजना का पैसा कैसे जा रहा है। तब जाकर इस मामला कब खुलासा हुआ और इस मामले में जांच पड़ताल शुरू हुई है सरकार का कहना है कि यदि इसमें किसी कर्मचारी या फिर अधिकारियों ने किसी भी प्रकार का कोई घोटाला किया होगा तो उस पर सख्त कार्रवाई किया जाएगा जैसे ही कोई कुछ खबर आएगी तो आपको इस वेबसाइट के माध्यम से पता चल जाएगा इसीलिए दिए हुए व्हाट्सएप चैनल पर जुड़ जाएं।
मैया योजना में सत्यापन हुआ फिर भी इसमें इतना बड़ा लापरवाही कैसे
मैया सम्मान योजना का 4 महीने से लगातार इसमें सत्यापन हो रहा है मैया सम्मान योजना का सत्यापन करने का अंतिम समय 7 में था। लेकिन अब लाभार्थियों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर इस योजना में लगातार सत्यापन हुआ फिर भी इसमें इतना बड़ा गड़बड़ी आखिर कैसे हुआ ? क्या सरकार सिर्फ नाम का सत्यापन कर रही है। जो योग्य लाभार्थी हैं उन्हें अभी तक 7500 का लाभ नहीं मिला है और जो आयोग है उनके खाते में 7500 के साथ-साथ नौवीं और दसवीं किस्त के ₹5000 भी भेजे गए हैं।
इस योजना का जो सत्यापन हुआ वह दो स्तर पर होता है पहले स्तर में पंचायत स्तर पर सत्यापन फॉर्म को अच्छे से चेक करके जिला प्रशासन में भेजा जाता था। उसके बाद वहां से अच्छे से उसमें चेक किया जाता था लेकिन इन दोनों जगह में कहां से सही से सत्यापन फॉर्म का चेक नहीं हुआ है। किसने क्या गलती किया है इस पर अभी बहुत ही तेजी से छानबीन हो रही है हेमंत सोरेन ने कहा कि चाहे कोई अधिकारी हो या फिर कोई अन्य व्यक्ति हो जैसे ही दोषी का पता चल जाएगा उसके बाद दोषी को सजा दिया जाएगा।
5000 कब मिलेगा
मैया सम्मान योजना का नौवीं और दसवीं किस्त का राशि 15 मई तक सभी लाभार्थियों के खाते में भेजे जाएंगे सरकार का कहना है कि जो इसमें गलतियां हुई है उसकी छानबीन हो रहा है लेकिन जो योग्य महिला लाभार्थी हैं उन सभी का पैसा अप्रैल और मई महीने का ₹5000। मई के 15 तारीख तक दिया जाएगा।
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निष्कर्ष
मैया सम्मान योजना राज्य में कई गरीब परिवारों के जीवन की स्थिति में सुधार हो रहा है राज्य सरकार के द्वारा हर एक गरीब परिवार के महिला सदस्यों को ₹2500 हर महीने दिया जा रहा है। इससे लाभार्थियों के आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है लेकिन अब इस योजना में जिस प्रकार से गड़बड़ियां पाई जा रही है उस प्रकार से सरकारी धन के नुकसान के साथ-साथ लाभार्थियों का भरोसा भी टूटता जा रहा है। यदि सरकार के द्वारा इस योजना में अपडेट कर इसमें सारी जानकारियां सही कर दी जाए तभी लाभार्थियों का विश्वास सरकार पुनः जीत पाएगी।
राधे राधे