मैया सम्मान योजना: झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही मैया सम्मान योजना राज्य की लाखों महिलाओं के लिए एक उम्मीद की किरण रही है। इस योजना के तहत योग्य महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। हालांकि, बीते कुछ महीनों से लाभार्थियों को किस्त नहीं मिलने के कारण असमंजस की स्थिति बनी हुई है। आइए जानते हैं इस योजना से जुड़ी मौजूदा स्थिति, संभावित भुगतान तिथि, और किन्हें मिलेगा या नहीं मिलेगा योजना का लाभ।
मैया सम्मान योजना वर्तमान स्थिति: लाभार्थियों को पिछली किस्तों का इंतज़ार
झारखंड की महिलाएं पिछले दो महीनों की किस्त का बेसब्री से इंतज़ार कर रही हैं। हालांकि, सरकार की ओर से यह कहा गया है कि सभी जिलों को राशि भेज दी गई है, लेकिन ज़मीनी स्तर पर अभी भी कई महिलाओं को पैसा नहीं मिला है। अब तीसरा महीना भी शुरू हो चुका है और लाभार्थियों में चिंता गहराती जा रही है।
सरकारी शर्तें सख्त, फर्जी लाभार्थियों पर शिकंजा
सरकार ने इस योजना के तहत पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कुछ कड़े कदम उठाए हैं। कई स्थानों पर फर्जी लाभार्थियों के मामले सामने आने के बाद सरकार ने कुछ अहम शर्तें तय की हैं:
- 15 मई तक आधार और बैंक पासबुक लिंक अनिवार्य:
जिन महिलाओं ने 15 मई 2025 तक अपने आधार कार्ड को बैंक पासबुक से लिंक नहीं कराया है, उनका नाम लाभार्थी सूची से हटा दिया गया है। - अप-टू-डेट राशन कार्ड जरूरी:
अगर किसी लाभार्थी का राशन कार्ड अद्यतन नहीं है, तो उसे भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
इन नियमों का मकसद है कि केवल वास्तविक पात्र महिलाओं को ही इस योजना का लाभ मिल सके।
मैया सम्मान योजना: मिलेगा ₹5000 या सिर्फ ₹2500?
यह सवाल इस वक्त सबसे ज्यादा पूछा जा रहा है कि आखिर इस बार सरकार ₹5000 देगी या सिर्फ ₹2500?
सूत्रों के अनुसार, इस बार सिर्फ एक महीने की किस्त दी जाएगी यानी लाभार्थियों को ₹2500 ही मिलेंगे। जबकि लोगों को उम्मीद थी कि दो महीनों का भुगतान एक साथ मिलेगा यानी ₹5000।
हालांकि, इस पर कोई आधिकारिक बयान सरकार की ओर से अभी तक नहीं आया है, लेकिन आंतरिक सरकारी सूचनाएं इसी ओर इशारा कर रही हैं।
कौन-कौन सी महिलाएं रहेंगी लाभ की पात्रता में?
पात्र लाभार्थी
- जिनका आधार कार्ड बैंक खाते से लिंक है।
- जिनका राशन कार्ड वैध और अपडेटेड है।
- जिन्होंने योजना के तहत दस्तावेज़ सही तरीके से जमा किए हैं।
- जिनका नाम लाभार्थी सूची में शामिल है।
- अपात्र लाभार्थी:
- जिनका आधार और बैंक खाता लिंक नहीं हुआ है।
- जिनका राशन कार्ड अमान्य या पुराने डाटा पर आधारित है।
- जो योजना में फर्जी तरीके से पंजीकृत पाए गए हैं।
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निष्कर्ष:
मैया सम्मान योजना झारखंड सरकार की एक सकारात्मक पहल है, लेकिन हालिया प्रशासनिक जाँच और फंड ट्रांसफर में देरी से महिलाओं को असुविधा हो रही है।
अभी तक की स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि जल्द ही ₹2500 की किस्त मिलने की संभावना है, लेकिन इसके लिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि सभी दस्तावेज़ सही और अपडेटेड हों।
लाभार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी आधिकारिक बैंक जानकारी, आधार लिंकिंग और राशन कार्ड की स्थिति की जांच जरूर करें ताकि भविष्य में कोई परेशानी न हो।